मिर्ज़ापुर जिले के थाना चिल्ह क्षेत्र के प्रजापतपुर गांव में योगी सरकार के कानून को खुलेआम चुनौती दी जा रही है। गांव के रिहायशी इलाके में अवैध शराब का ठेका 24 घंटे धड़ल्ले से चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि शिकायतों के बावजूद न तो पुलिस और न ही प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई की है।
गांव के लोगों की परेशानी
गांव के बसंतलाल बिंद के मकान से चल रहे इस ठेके ने आसपास रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। यह ठेका सागरपुर के पते पर रजिस्टर्ड है, लेकिन प्रजापतपुर में खुलेआम शराब की बिक्री की जा रही है। खासकर महिलाएं और बच्चे शराबियों की हरकतों से परेशान हैं।
24 घंटे खुले ठेके से बढ़ी असुरक्षा
गांव के लोगों का कहना है कि यह ठेका गांव के मुख्य रास्ते पर स्थित है, जिससे सभी को मजबूरन वहां से गुजरना पड़ता है। शराब के नशे में धुत लोग अक्सर राहगीरों, खासकर महिलाओं और लड़कियों के लिए खतरा बन जाते हैं।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय पुलिस और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गांववालों का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से यह ठेका सालों से चल रहा है।
ग्रामीणों की चेतावनी
गांव के लोगों ने प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर ठेका बंद नहीं किया गया, तो वे बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेंगे।
क्या योगी सरकार देगी जवाब?
योगी आदित्यनाथ सरकार कानून व्यवस्था को सुधारने का दावा करती है, लेकिन मिर्ज़ापुर में इस अवैध शराब के कारोबार ने इन दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिहायशी इलाके में 24 घंटे चल रहे इस गोरखधंधे पर कार्रवाई कब होगी, यह देखना बाकी है।