प्रतापगढ़: प्रतापगढ़ के जेठवारा थाना क्षेत्र के सोनपुर गांव में आज सुबह-सुबह मदरसा संचालक मौलाना फारूक की निर्मम हत्या ने इलाके में सनसनी फैला दी है। मौलाना को घर बुलाकर कुल्हाड़ी, फावड़े और सब्बल से हमला कर मौत के घाट उतार दिया गया। हत्या के बाद हमलावर फरार हो गए, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
सूत्रों के अनुसार, इस हत्या का कारण जमीन के लिए दिए गए पैसों की वापसी को लेकर हुआ विवाद था। मौलाना और गांव के एक व्यक्ति के बीच जमीन का सौदा हुआ था, लेकिन भूस्वामी ने जमीन किसी और को बेच दी, जिससे मौलाना ने अपने पैसे वापस मांगे। इसी पैसों की वापसी को लेकर मौलाना को घर बुलाया गया और विवाद के दौरान उन पर हमला कर उनकी हत्या कर दी गई। हत्यारे शव को घर के सामने छोड़कर भाग गए।
यूपी में मौलाना की हत्या से हड़कंप, घर बुलाकर कुल्हाड़ी-फावड़े से उतारा मौत के घाट
घटना के बाद इलाके में भारी आक्रोश फैल गया और मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने शव को उठाने से रोक दिया, जिससे पुलिस और लोगों के बीच तीखी झड़प हुई। पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल और जिलाधिकारी संजीव रंजन मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन स्थिति और बिगड़ गई। इसके बाद आठ थानों की फोर्स और दो कंपनी PAC तैनात की गई। ADG प्रयागराज भी प्रतापगढ़ के लिए रवाना हो गए।
मौलाना फारूक सोनपुर के साथ ही शहर में भी मदरसा संचालित करते थे। पांच घंटे के हंगामे के बाद डीएम और एसपी के समझाने पर परिजन और समर्थक शव को उठाने को राजी हुए। एसपी ने बताया कि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है।
एसपी सतपाल अंतिल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि सुबह पुलिस को सूचना मिली कि सोनपुर में पैसे के लेनदेन और जमीन के मामले में मौलाना को गंभीर चोटें आईं और उनकी मृत्यु हो गई। इस सूचना पर एसओ जेठवारा और अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। परिवारजन की शिकायत के आधार पर एक महिला और चार पुरुषों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और फील्ड यूनिट द्वारा साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की जा रही है। मामले की गहन जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है और पुलिस की सतर्कता बढ़ा दी गई है।