जयपुर – राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में जयपुर की सिविल लाइन्स सीट पर ब्राह्मण प्रत्याशी की मांग तेज हो रही है। ब्राह्मण संगठनों ने इस मांग को लेकर भाजपा पर दबाव बनाया है। विप्र महासभा प्रदेश अध्यक्ष सुनील उदेईया ने कहा था कि अगर भाजपा किसी गैर-ब्राह्मण को इस सीट से उतारती है तो ब्राह्मण समाज इसका विरोध करेगा।
इस मांग के बाद भाजपा ने सिविल लाइन्स सीट को होल्ड पर रख दिया है। पार्टी इस सीट पर किसी ब्राह्मण प्रत्याशी को उतारने पर विचार कर रही है।
महानगर टाइम्स के मुख्य सम्पादक गोपाल शर्मा को इस सीट से टिकट देने की चर्चा है। शर्मा ब्राह्मण समाज से आते हैं और उनके पास राजनीतिक अनुभव भी है। अगर शर्मा को टिकट मिलता है तो वह कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रताप सिंह खाचरियावास को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
खाचरियावास पिछले तीन विधानसभा चुनावों से इस सीट से जीत रहे हैं। वह कांग्रेस के एक मजबूत नेता हैं और उनके पास जनता में अच्छी छवि है। हालांकि, अगर गोपाल शर्मा को टिकट मिलता है तो वह खाचरियावास को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
गोपाल शर्मा एक लोकप्रिय पत्रकार हैं और उनके पास अच्छी जनसंपर्क की क्षमता है। वह भाजपा के ब्राह्मण वोट बैंक को साधने में सक्षम हो सकते हैं। इसके अलावा, वह एक नए चेहरे हैं, जिसका फायदा उन्हें चुनाव में मिल सकता है।
क्या है सिविल लाइन्स सीट की राजनीति ?
सिविल लाइन्स सीट जयपुर शहर की एक प्रतिष्ठित सीट है। इस सीट पर ब्राह्मण समाज का दबदबा रहा है। पिछले तीन विधानसभा चुनावों में इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार विजयी रहे हैं।
2018 के चुनाव में प्रताप सिंह खाचरियावास ने भाजपा के अरुण चतुर्वेदी को 17,000 वोटों से हराया था। खाचरियावास ने 2013 के चुनाव में भी जीत हासिल की थी।
क्या गोपाल शर्मा खाचरियावास को दे सकते हैं कड़ी टक्कर ?
गोपाल शर्मा एक लोकप्रिय पत्रकार हैं और उनके पास अच्छी जनसंपर्क की क्षमता है। वह भाजपा के ब्राह्मण वोट बैंक को साधने में सक्षम हो सकते हैं। इसके अलावा, वह एक नए चेहरे हैं, जिसका फायदा उन्हें चुनाव में मिल सकता है।
हालांकि, गोपाल शर्मा का राजनीतिक अनुभव कम है। उन्हें चुनावी मैदान में टिकट पाने के लिए भाजपा के अंदरूनी राजनीति से भी गुजरना होगा।
अगर गोपाल शर्मा को टिकट मिलता है और वह चुनावी मैदान में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो वह प्रताप सिंह खाचरियावास को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।