जयपुर: जयपुर जंक्शन पर आज दोपहर 64 यात्रियों को उस समय हैरानी का सामना करना पड़ा जब उन्हें पता चला कि उनको जिस बी-2 कोच में सीट आवंटित की गई है, वह कोच ट्रेन में उपलब्ध तो है, लेकिन उसमें सीट एसी के बजाय स्लीपर क्लास की हैं। इस दौरान करीब पौने 4 घंटे तक यात्री परेशान होते रहे।
जयपुर जंक्शन पर आज दोपहर 64 यात्रियों को उस समय हैरानी का सामना करना पड़ा जब उन्हें पता चला कि उनको जिस बी-2 कोच में सीट आवंटित की गई है, वह कोच ट्रेन में उपलब्ध तो है, लेकिन उसमें सीट एसी के बजाय स्लीपर क्लास की हैं। इस दौरान करीब पौने 4 घंटे तक यात्री परेशान होते रहे।
जयपुर जंक्शन पर एक ट्रेन से कोच गायब देख यात्रियों ने हंगामा कर दिया। बाड़मेर-जम्मूतवी एक्सप्रेस में बी-2 कोच में यात्रियों को सीट तो एसी श्रेणी की अलॉट की गई, लेकिन ट्रेन में यह कोच एसी क्लास का लगाने के बजाय स्लीपर क्लास का लगा दिया गया।
हैरान-परेशान यात्री जयपुर जंक्शन पर स्टेशन डायरेक्टर के रूम में पहुंचे। यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और ट्रेन को आगे बढ़ने से रोक दिया। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन कंट्रोलर से बात की तो पता चला कि ट्रेन फिरोजपुर डिवीजन की है और कोच वहीं से गलत जोड़ा गया है।
दरअसल ट्रेन में थर्ड एसी के बजाय एक स्लीपर का कोच अतिरिक्त जोड़ दिया गया था। इस पर यात्रियों ने उनके लिए दूसरा कोच जोड़े जाने की मांग की। सुबह साढ़े दस बजे यह ट्रेन जयपुर जंक्शन पहुंची थी, यात्रियों के बढ़ते हंगामे के चलते स्टेशन डायरेक्टर मिहिर देव सहित आरपीएफ के सुरक्षा अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों को समझाइश का प्रयास किया, लेकिन यात्री एसी कोच
जोड़ने की मांग पर अड़े रहे। जयपुर मंडल प्रशासन के पास भी अतिरिक्त कोच नहीं था। ऐसे में यहां खड़े फर्स्ट एसी कम थर्ड एसी के एक कोच को ट्रेन में जोड़ा गया। करीब पौने चार घंटे बाद जयपुर जंक्शन से यह ट्रेन तो रवाना हो गई, लेकिन इस दौरान स्टेशन का प्लेटफार्म संख्या 1 पूरी तरह से बिजी रहा। दरअसल बाड़मेर-जम्मूतवी ट्रेन के प्लेटफार्म संख्या 1 पर खड़े रहने से इस प्लेटफार्म से गुजरने वाली दूसरी ट्रेनों को अन्य प्लेटफार्मों से निकाला गया। इस दौरान करीब पौने चार घंटे तक अन्य ट्रेनें लेट होती रही।