जयपुर, 26 जनवरी 2025 – आदर्श विद्या मंदिर, नांगल जैसा बोहरा में आज 76वें गणतंत्र दिवस का भव्य समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर देशभक्ति और संस्कारों से ओतप्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने सभी को भावविभोर कर दिया।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री मोहनलाल अग्रवाल (उद्योगपति एवं समाजसेवी) थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री वीरेन्द्र सिंह हुडील (व्यवसायी एवं समाजसेवी) ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री महेश शर्मा (व्यवसायी एवं समाजसेवी) उपस्थित रहे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री अशोक दीक्षित (भाग कार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विद्याधर भाग) थे।
🇮🇳 गणतंत्र दिवस समारोह आदर्श विद्या मंदिर, नांगल जैसा बोहरा में संपन्न
समारोह में विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ. महावीर सिंह बलवदा, उपाध्यक्ष कैप्टन शीशराम चौधरी, व्यवस्थापक श्री मुरारीलाल शर्मा, प्रधानाचार्य श्री अंशुमान गौड़, एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण और राष्ट्रगान से हुई। इसके बाद दीप प्रज्वलन और वंदना के साथ सांस्कृतिक व शारीरिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अंशुमान गौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए उनका परिचय करवाया।
मुख्य अतिथि श्री मोहनलाल अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा, “संविधान लागू होने के बाद ही भारत में वास्तविक आजादी का अनुभव हुआ। विद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शिक्षा प्रशंसनीय है, जो पूर्ण मानव निर्माण की ओर अग्रसर करती है।”
मुख्य वक्ता श्री अशोक दीक्षित ने अपने विचार रखते हुए कहा कि “अधिकारों के साथ कर्तव्यों का पालन भी अनिवार्य है। मातृभूमि के प्रति कर्तव्य भावना को जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर भी जोर दिया।”
विशिष्ट अतिथि श्री महेश शर्मा ने संस्कारयुक्त शिक्षा और देशहित में कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया।
विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ. महावीर सिंह बलवदा ने विद्या भारती की शिशु वाटिका पद्धति के 12 आयामों पर प्रकाश डाला और कहा कि “बालक के सर्वांगीण विकास की अवधारणा को साकार करना आदर्श विद्या मंदिर की विशेषता है।”
कार्यक्रम का समापन भारत माता के जयघोष और शांति पाठ के साथ हुआ। समारोह में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षकों और गणमान्य व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।