भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने प्रत्याशियों की तस्वीर साफ करते हुए, पूर्व एमएलए अरुण चतुर्वेदी के पूरे समर्थन में वरिष्ठ पत्रकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे गोपाल शर्मा को सिविल लाइंस विधानसभा सीट से उतार दिया है। इस से पहले, बीजेपी ने रविवार को 15 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की थी।
गोपाल शर्मा को चुनावी मैदान में उतारने का यह फैसला बड़ी राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है। उन्हें इस चुनौती में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के साथ मुकाबला करना होगा।
मिडिया से बातचीत में गोपाल शर्मा ने कहा, “जिस जनता में राजतिलक करने की शक्ति है, उसी जनता में मुकुट उतारने की शक्ति भी है, इसलिए उस जनता से ऊपर कोई नहीं।”
यह चुनौती उनके लिए नहीं है बल्कि पूरे समर्थन और साथी जनता का है जिन्होंने उन्हें इस महत्वपूर्ण चुनाव में चुनौती देने का निर्णय लिया है। गोपाल शर्मा का यह नाम बीजेपी के प्रत्याशियों की तस्वीर साफ करते समय आया था, और इससे स्पष्ट हुआ कि पार्टी उन्हें अपने प्रमुख उम्मीदवार के रूप में देख रही है।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए अपने जीवन की सबसे बड़ी चुनौती स्वीकार की है और उन्हें भरोसा है कि वे अपने जनता के आशीर्वाद से विजयी होंगे।
इस चुनाव में गोपाल शर्मा के विरुद्ध कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास उम्मीदवार रहेंगे। यह मुकाबला राजनीतिक व्यक्तित्वों के बीच एक महत्वपूर्ण और रोमांचकारी घमासान बन गया है।
चुनाव की तारीखें तय नहीं हुईं हैं, लेकिन यह चुनौती दोनों पक्षों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है और उनकी राजनीतिक करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।