भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में 12 दिसंबर, 2023 को हुए विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की। इसके बाद तीनों राज्यों में नए मुख्यमंत्री का चुनाव हुआ।
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बने मोहन यादव
मध्य प्रदेश में भाजपा के मोहन यादव नए मुख्यमंत्री बने। यादव 53 वर्षीय हैं और भोपाल जिले के रहने वाले हैं। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और छात्रसंघ से लेकर पार्टी के विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। यादव को संघ और संगठन दोनों का करीबी माना जाता है।
छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री बने विष्णु देव साय
छत्तीसगढ़ में भाजपा के विष्णु देव साय नए मुख्यमंत्री बने। साय 56 वर्षीय हैं और राजनांदगांव जिले के रहने वाले हैं। वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। साय को संगठन का मजबूत स्तंभ माना जाता है।
राजस्थान के नए मुख्यमंत्री बने भजन लाल शर्मा
राजस्थान में भी भाजपा ने जीत हासिल की। भाजपा के भजन लाल शर्मा नए मुख्यमंत्री बने। शर्मा 56 वर्षीय हैं और भरतपुर के रहने वाले हैं। वे पहली बार विधायक बने हैं।
तीनों राज्यों में भाजपा की जीत से पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है।
भजन लाल शर्मा के बारे में
भजन लाल शर्मा का जन्म 10 जनवरी, 1967 को भरतपुर जिले के राजाखेड़ा कस्बे में हुआ था। उनके पिता रामकिशन शर्मा एक किसान थे। शर्मा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राजाखेड़ा में ही प्राप्त की। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से एमए की उपाधि प्राप्त की।
साल 1992 में शर्मा ने राजनीति में कदम रखा और वे भाजपा के युवा मोर्चा से जुड़ गए। उन्होंने युवा मोर्चा के विभिन्न पदों पर कार्य किया।
साल 2018 में शर्मा पहली बार सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। इसके बाद वे लगातार दो बार विधायक चुने गए।
साल 2023 में हुए विधानसभा चुनावों में शर्मा दूसरी बार सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। इसके बाद उन्हें भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया।
12 दिसंबर, 2023 को शर्मा को राजस्थान का 18वां मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया।
भजन लाल शर्मा के राजनीतिक विचार
भजन लाल शर्मा एक हिंदुत्ववादी नेता हैं। वे भाजपा के विचारधारा के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित हैं। वे आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय के पक्षधर हैं।
भजन लाल शर्मा की चुनौतियां
राजस्थान में भजन लाल शर्मा के सामने कई चुनौतियां हैं। इनमें सबसे बड़ी चुनौती बेरोजगारी है। इसके अलावा, राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति भी चिंताजनक है। शर्मा को इन चुनौतियों का सामना करना होगा और राज्य को विकास के पथ पर आगे बढ़ाना होगा।