बिहार में जाति आधारित गणना को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल को खड़ा कर दिया गया है। तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर अपने पिता, कर्पूरी ठाकुर के साथ काम करने का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार को घेरा।
“कर्पूरी ठाकुर जी के साथ, हमारे पिता के साथ काम कर चुके हैं। आपको तो पता था कि जनसंघ उस सरकार में था, कर्पूरी जब आरक्षण बढ़ा दिए तो यही जनसंघ वाला ही उनको हटाया था।” उन्होंने कहा।
तेजस्वी यादव ने बीजेपी को भी निशाना बनाया और कहा, “बीजेपी वाले कहते थे कि आरक्षण कहां से आई और मुख्यमंत्री जी आप कहां चले गए?”
उन्होंने भारत रत्न डील को भी उठाया और कहा, “सम्मान नहीं करते हैं, डीलिंग करते हैं। केवल वोटबैंक की राजनीति के लिए करते हैं।”
“हमने उसको बढ़ाकर 75 फीसदी तक कर दिया। हम लोग सिद्धांतवादी लोग हैं, एक जगह खड़े होते हैं तो मजबूती से खड़े होते हैं। हमारे पिता लालू जी हैं। हम उनके बेटा हैं। हम इन चीजों से डरते नहीं हैं। हम संघर्ष करते रहेंगे।” उन्होंने जोश से कहा।
बिहार में जाति आधारित गणना को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे – तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में जाति आधारित गणना को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल को खड़ा कर दिया गया था। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर जी के साथ काम करने का जिक्र करते हुए कहा कि जब आरक्षण बढ़ा दिए गए तो उस समय कांग्रेस जनसंघ के साथ था, लेकिन उसी सरकार में आरक्षण के खिलाफ जनसंघ के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी कहां चले गए, यह सवाल उन्होंने उठाया।
तेजस्वी यादव ने कहा, “मैं राज्य का उपमुख्यमंत्री था, तो नीतीश कुमार जी को मुझे बताना चाहिए था कि वह अलग होने जा रहे हैं। लेकिन इस बार तो आप अकेले ही राज्यपाल से मिलने चले गए। लेकिन आपने जो मोदी सरकार के खिलाफ झंडा उठाया था, उसे आपका भतीजा बिहार में बुलंद रखेगा और भाजपा पर रोकेगा।”
तेजस्वी यादव ने कहा, “नीतीश कुमार की हम हमेशा इज्जत करते हैं और करते रहेंगे। इनके साथ हमने काम किया। ये कहते रहे कि मुझे अपना बेटा मानते थे। ये राम की बात करते हैं… मैं दशरथ के रूप में नीतीश कुमार के रूप में देखते हैं। नीतीश कुमार की भी राजा दशरथ की तरह कुछ मजबूरियां रही होंगी।”