राहुल गांधी की संसद सदस्यता को फिर से बहाल होने पर उत्साहित होकर, कांग्रेस के सांसदों ने लोकसभा के शुरुआती सत्र में राहुल गांधी के जिंदाबाद के नारे लगाए। इसके जवाब में भाजपा सांसदों ने कांग्रेस और चीन के संबंधों को लेकर “कांग्रेस चीनी भाई-भाई” के नारे सुनाए। हालांकि, नारेबाजी को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया है।
कांग्रेस के सांसदों ने सोमवार को सुबह 11 बजे हुई लोकसभा की कार्यवाही के समय राहुल गांधी के नाम पर उच्चारित नारे लगाए, जिससे सभी सदस्यों में उत्साह की लहर उत्पन्न हुई। उन्होंने गांधी वंश के प्रति अपना समर्थन प्रकट किया और राहुल गांधी के नेतृत्व को सराहा।
इसके बाद भाजपा सांसदों ने भी रिएक्शन दिया और कांग्रेस और चीन के नजदीकी संबंधों को लेकर “कांग्रेस चीनी भाई-भाई” के नारे दिए। इससे सभी दलों के बीच दोपहर तक हंगामा पैदा हुआ और सदन में व्याप्त हुआ।
हालांकि, इस उत्साह भरे माहौल के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नाराजगी जताई और नारेबाजी को रोकने के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया। उन्होंने सदस्यों को शांत होने की अपील की और कहा कि यह प्रश्नकाल नहीं है, और नारेबाजी के कारण सदन की व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। इसके बावजूद, कांग्रेस सांसदों ने अपने नारे जारी रखे।
इस बीच, अन्य विपक्षी दलों के सांसद भी एकत्रित होकर लोकसभा में मणिपुर की अपनी पुरानी मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे। सभी दल अपने-अपने मुद्दे पर सरकार को जवाबदेही महसूस कराने के लिए जोरदार वाद-विवाद कर रहे थे।
यह घटनाघटित हादसे के चलते सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। सदन के अध्यक्ष ने सदस्यों से धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया है और उन्हें विधायिका का लोकतंत्र के लिए महत्व बताया है।
सोमवार के सत्र के लिए सदन में देखे गए इस हंगामे का सार्थक बहस से बाहर निकलने की उम्मीद है और सदन की कार्यवाही धीरे-धीरे सम्पन्न होने की उम्मीद है।
संपादक की टिप्पणी:
इस तरह के नाराजगी और नारेबाजी से संसद की कार्यवाही प्रभावित होती है और जनता के उम्मीदों को नुकसान होता है। हम सभी विधायिका को आह्वान करते हैं कि वे विधायिका के मान-सम्मान को बनाए रखें और भारतीय लोकतंत्र के मूल्यों का सम्मान करें।