लखनऊ, 3 अक्टूबर : यूपी की आजमगढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसके बाद उनके टिकट कटने की चर्चा तेज हो गई है. निरहुआ ने कहा कि अगर जनता को उनका काम पसंद नहीं आया तो उनका भी टिकट कट सकता है.
बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर सभी सांसदों का रिपोर्ट कार्ड बनवा रही है. जिसमें उनके कामकाज, जनता में लोकप्रियता और संगठन के साथ तालमेल को देखा जा रहा है. ऐसे में टिकट कटने के डर से कई सांसदों में हलचल मची हुई है. निरहुआ को भी अपनी टिकट कटने का डर लग रहा है.
रविवार (1 अक्टूबर) को आजमगढ़ पहुंचे बीजेपी सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि जो काम नहीं कर सकता है उन्हें अपना पद छोड़ देना चाहिए ताकि दूसरे लोगों को मौका मिल सके.
उन्होंने आगे कहा, “अगर जनता ने मुझे और मेरे काम को पसंद किया तो टिकट बच सकता है नहीं तो उनका टिकट भी कट जाएगा.” उन्होंने कहा कि वो लगातार लोगों से मिल रहे हैं, गांव-गांव जा रहे हैं. लोगों से उनकी समस्याएं जान रहे हैं और उनका समाधान निकाला जा रहा है. अगर हमें कोई जिम्मेदारी मिली है तो उसे निभाना चाहिए, जिम्मेदारी लेना बड़ी बात है. अब ये जनता तय करेगी कि उसे कौन चाहिए और कौन नहीं. मेरा काम अच्छा होगा तो जनता मुझे चुनेगी.”
निरहुआ का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने अपने कई अनुभवी नेताओं को टिकट से बाहर कर दिया था. इनमें कई ऐसे नेता थे जो लंबे समय से पार्टी के साथ जुड़े हुए थे और कई बार चुनाव जीते थे.
निरहुआ के बयान से यह संकेत मिलता है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाहती है. पार्टी अपने सभी सांसदों का प्रदर्शन बारीकी से देख रही है और अगर कोई सांसद पार्टी के लक्ष्यों को हासिल करने में विफल रहता है तो उसका टिकट कट सकता है.
यह भी देखना होगा कि निरहुआ के इस बयान से आजमगढ़ में उनकी लोकप्रियता पर कोई असर पड़ता है या नहीं. अगर जनता को निरहुआ के काम से संतुष्टि है तो उन्हें टिकट कटने का डर नहीं होना चाहिए.