राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने 108 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। कांग्रेस को 77 सीटें मिलीं।
कांग्रेस के 25 मंत्री चुनाव लड़े, जिनमें से 17 हार गए। इनमें शामिल हैं:
- परसादी लाल मीणा (खाद एवं कृषि मंत्री)
- प्रताप सिंह खाचरियावास (खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता मामलों के मंत्री)
- जाहिदा खान (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री)
- गोपाल शर्मा (सिविल लाइंस से विधायक)
- राजेंद्र सिंह यादव (महवा से विधायक)
- रामकेश मीणा (गंगापुर से विधायक)
- महादेव सिंह खंडेला (खंडेला से विधायक)
- मनीष यादव (शाहपुरा से विधायक)
- कांती प्रसाद मीणा (थानागाजी से विधायक)
- खुशवीर सिंह (बांदीकुई से विधायक)
- महेन्द्रजीत सिंह मालवीय (ब्यावर से विधायक)
- बाबूलाल नागर (दूदू से विधायक)
- ओम प्रकाश हुडला (महवा से विधायक)
कांग्रेस के इन मंत्रियों की हार को पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। यह हार कांग्रेस की छवि को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
इन मंत्रियों की हार के कई कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
- कांग्रेस सरकार की नीतियों से जनता में असंतोष: कांग्रेस सरकार की नीतियों से जनता में असंतोष बढ़ गया था। इस असंतोष ने भाजपा के पक्ष में काम किया।
- भाजपा का प्रभावी चुनाव प्रचार: भाजपा ने प्रभावी चुनाव प्रचार किया और जनता को कांग्रेस सरकार की कमियों के बारे में बताया।
- कांग्रेस के नेताओं में आपसी कलह: कांग्रेस के नेताओं में आपसी कलह भी एक कारण माना जा रहा है। इस कलह ने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया और लोगों में कांग्रेस के प्रति नाराजगी पैदा की।