Jaipur, Rajasthan : मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, जयपुर में अगले 2-3 घंटों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस खबर ने जयपुर और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों को चिंतित कर दिया है क्योंकि इससे परिवहन के लिए अस्थायी व्यवधान पैदा होने की आशंका है।
मौसम विभाग ने तेज हवाओं के अलावा आज जयपुर समेत 17 जिलों में बारिश की भी संभावना जताई है. इस दौरान जयपुर व आसपास के इलाकों में बिजली भी गिर सकती है. यह तूफान 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ सकता है।
सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, नागरिकों को इस अवधि के दौरान घर के अंदर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है। सांस की समस्या वाले लोगों, विशेष रूप से छोटे बच्चों और बुजुर्गों से, सावधानी बरतने और धूल भरी हवा के संपर्क में आने से बचने का आग्रह किया जाता है। आपदा प्रबंधन सहायता और राजस्थान के राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग के अधिकारी स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और स्थानीय और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अद्यतन जानकारी प्रदान कर रहे हैं। किसी भी आपात स्थिति या व्यवधान के मामले में तैयारी और प्रतिक्रिया के उपाय मौजूद हैं।
निवासियों को बाहरी गतिविधियों से बचने और अपनी संपत्ति पर खुली वस्तुओं को सुरक्षित करने की सलाह दी जाती है। जो लोग बाहर काम करते हैं, जैसे कि निर्माण श्रमिकों या सड़क विक्रेताओं, से आग्रह किया जाता है कि वे उपयुक्त फेस मास्क, चश्मे और सुरक्षात्मक गियर पहनने सहित खुद को बचाने के लिए सावधानी बरतें।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार भारत में यह नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, उत्तर भारत में एक बार फिर मौसम बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। रविवार को जयपुर, अजमेर, कोटा, दौसा, टोंक, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, बूंदी, बारां, झुंझुनू, चूरू, सीकर, नागौर, सवाईमाधोपुर, हनुमानगढ़ में कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है.
24 घंटे में जयपुर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, झुंझुनूं, सीकर, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, दौसा और बीकानेर में आंधी के साथ बारिश की संभावना है. इसके बाद 24 और 25 अप्रैल को मौसम शुष्क रहने की संभावना है। वहीं, 26 अप्रैल को राजस्थान के दक्षिणी हिस्से में धूल भरी आंधी के साथ बारिश हो सकती है।
राजस्थान में 27 और 28 अप्रैल से नया वेदर सिस्टम बनेगा। इससे राज्य के ज्यादातर इलाकों में बारिश की संभावना है. नए वेदर सिस्टम का असर मई के शुरुआती महीने में भी दिखेगा। प्रदेश में तेज हवा के साथ बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इससे राजस्थान के अधिकतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है।
राजस्थान के आपदा प्रबंधन सहायता और राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग ने जनता को सलाह दी है कि वे मौसम के अपडेट पर कड़ी नजर रखें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सावधानियों का पालन करें। विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है कि किसी भी आपात स्थिति या व्यवधान की स्थिति में आवश्यक तैयारी की जाए।
अंत में, जयपुर और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे घर के अंदर रहें और तेज हवाओं और संभावित बारिश की इस अवधि के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें। आवश्यक सावधानी बरतने और सूचित रहने से, हम सभी इस अप्रत्याशित मौसम की स्थिति में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।