फिल्म ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के निर्देशक सनोज मिश्रा का अचानक गायब होना एक रहस्य बना हुआ था। पिछले 8 दिनों से उनकी गुमशुदगी ने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे देश को चिंता में डाल दिया था। लेकिन हाल ही में, कंगना रनौत के हस्तक्षेप ने इस रहस्यमय मामले को एक नई दिशा दी है।
सनोज मिश्रा की गुमशुदगी की शुरुआत तब हुई जब उन्हें कोलकाता पुलिस से मिलने का कॉल आया। मिलने के बाद उनके दोनों मोबाइल नंबर बंद हो गए और उनका सम्पर्क पूरी दुनिया से टूट गया। इस स्थिति ने उनके परिवार को गंभीर चिंता में डाल दिया। उनकी पत्नी द्युति मिश्रा ने लखनऊ के गोमती नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन एफ.आई.आर. दर्ज नहीं की गई क्योंकि मामला उनके अधीन नहीं था।
जब कोलकाता पुलिस से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली और पश्चिम बंगाल में अन्य घटनाक्रमों ने स्थिति को और जटिल बना दिया, द्युति मिश्रा ने मीडिया और बड़े अधिकारियों से संपर्क किया। इसी बीच, कंगना रनौत ने इस मामले में हस्तक्षेप किया। कंगना के प्रयासों से गृह मंत्रालय सक्रिय हुआ और सनोज मिश्रा की तलाश तेज हो गई।
आखिरकार, सनोज मिश्रा को काशी के अस्सी घाट पर अस्त-व्यस्त अवस्था में बरामद किया गया। उनकी मानसिक स्थिति ने सवाल उठाए कि वे काशी तक कैसे पहुंचे और क्या उन्हें शारीरिक या मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाया गया है। द्युति मिश्रा ने कहा कि वे जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पूरे मामले की जानकारी देंगे और कंगना रनौत, गृह मंत्रालय, और उत्तरप्रदेश पुलिस का धन्यवाद किया।
कंगना रनौत के हस्तक्षेप ने इस मामले को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनके प्रयासों से सनोज मिश्रा की गुमशुदगी का रहस्य धीरे-धीरे सुलझता नजर आ रहा है।