The Diary of West Bengal’s Director Sanoj Mishra summoned by Kolkata Police: एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, हिंदी फिल्म ‘The Diary of West Bengal’ के निर्देशक को पश्चिम बंगाल पुलिस से कानूनी नोटिस मिला है। यह नोटिस निर्देशक के खिलाफ उठाए गए राज्य मानहानि के आरोपों के बीच आया है, जिसने फिल्म के आसपास चल रहे विवाद को हवा दी।
सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल पुलिस ने ‘The Diary of West Bengal‘ के डायरेक्टर सनोज मिश्रा पर फिल्म के जरिए राज्य को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए नोटिस जारी किया है। इस स्तर पर आरोपों के लिए विशिष्ट आधारों का खुलासा नहीं किया गया है।

The Diary of West Bengal: फिल्म ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ का ट्रेलर जारी होते ही बवाल मच गया है. जहां एक तरह पश्चिम बंगाल पुलिस ने फिल्म के निर्देशक को लीगल नोटिस थमा दिया है. वहीं दूसरी तरफ इस फिल्म को लेकर आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी गई थी, लेकिन उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के होने से पहले ही जबरदस्त ड्रामा हो गया. दरअसल जिस हॉल में यह प्रेसवार्ता होनी थी. वहां अचानक सिविल ड्रेस में पुलिस कर्मी पहुंच गए. जब इस बात की सूचना फिल्म के निर्देशक सनोज मिश्रा को लगी तो वो गिरफ्तारी के डर से लगभग घण्टा भर तक प्रेसवार्ता हॉल में ही नहीं आए.

उन्हें डर था कि अगर वो वहां पहुंचे तो मुम्बई पुलिस उन्हें अरेस्ट कर लेगी, लेकिन बाद में डीसीपी और ओशिवारा पुलिस ने निर्देशक को फोन पर बताया कि पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए नहीं बल्कि प्रोटेक्शन के लिए आई थी. जिसके बाद निर्देशक PC के लिए हॉल में पहुंचे है.
Legal Troubles for ‘The Diary of West Bengal’ Director as West Bengal Police Launches Investigation
Director Sanoj Mishra (सनोज मिश्रा) को नोटिस – Director of ‘The Diary of West Bengal’ Receives Legal Notice from West Bengal Police
ANI के ट्वीट के हवाले से यह पता लगा है कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने ‘The Diary of West Bengal’ के निर्देशक को नोटिज जारी किया है। ANI के ट्वीट के मुताबिक, ‘पश्चिम बंगाल पुलिस ने हिंदी फिल्म The Diary of West Bengal के निर्देशक सनोज मिश्रा को नोटिस जारी कर आरोप लगाया है कि निर्देशक इस फिल्म से बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।’
इन धाराओं के तहत जारी हुआ नोटिस – Legal Troubles for ‘The Diary of West Bengal’ Director as West Bengal Police Launches Investigation
भारतीय दंड संहिता (IPC), सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम और सिनेमैटोग्राफी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दिया गया कानूनी नोटिस, उस गंभीरता को उजागर करता है जिसके साथ अधिकारी इस मामले में संपर्क कर रहे हैं। इसके लिए निदेशक को एक निर्दिष्ट तिथि पर एमहर्स्ट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए उपस्थित होना आवश्यक है।
30 मई को पूछताछ के लिए जाना होगा कोलकत्ता
बता दें कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने फिल्म के निर्देशक सनोज मिश्रा को लीगल नोटिस दिया है. उसके मुताबिक उन्हें 30 मई को बंगाल पुलिस के सामने पूछताछ के लिए हाजिर होना होगा. पुलिस द्वारा जारी किए गए नोटिस में पुलिस ने सेक्शन 120 B साजिश रचने , 153A दो समुदाय विशेष में वैमनस्य पैदा करने की कोशिश सहित धारा 501 ,504 ,505 ,295A IPC सहित 66D/84B इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 और सेक्शन 7 सिनेमेटोग्राफर एक्ट 1952 के तहत केस दर्ज किया गया है, इसलिए पूछताछ के लिए निर्देषक को पेश होने को कहा गया है.
वसीम रिजवी फिल्म्स द्वारा निर्मित और सनोज मिश्रा द्वारा निर्देशित ‘The Diary of West Bengal’ सच्ची घटनाओं पर आधारित है। फिल्म की कहानी और पश्चिम बंगाल राज्य से इसके संबंध ने ध्यान आकर्षित किया है और कानूनी नोटिस से पहले बहस छिड़ गई है। फिल्म के आसपास के विवाद ने कलात्मक अभिव्यक्ति की सीमाओं और राज्य के फिल्म उद्योग पर इसके प्रभाव के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं।
जैसे-जैसे कानूनी कार्यवाही सामने आती है, उद्योग पर्यवेक्षक और जनता इस मामले में आगे की घटनाओं का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कानूनी नोटिस पर निर्देशक की प्रतिक्रिया और उसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के भविष्य को महत्वपूर्ण रूप से आकार देगी।
ऐसी होगी कहानी
वसीम रिजवी फिल्म्स के बैनर तले बन रही इस फिल्म को नारायण सिंह निर्मित किया गया है। ‘The Diary of West Bengal’ मशहूर निर्देशक सनोज मिश्रा द्वारा लिखित और निर्देशित है। फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है। फिल्म के प्रचारक संजय भूषण पटियाला है।