Jaipur Crime News : कविता कुमारी की हत्या के बाद उनके पिता हरेंद्र यादव अपनी 3 साल की नातिन के साथ न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं। यह मामला ना सिर्फ एक परिवार का दुखदायी अनुभव है, बल्कि राजस्थान पुलिस की लापरवाही और मिलीभगत का गंभीर आरोप भी है।
कविता की शादी 7 मई 2019 को राहुल कुमार यादव से हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज विवाद ने उनका जीवन कष्टमय बना दिया। 2021 में बेटी के जन्म के बाद यह विवाद और गहरा गया, क्योंकि ससुरालवालों को बेटा चाहिए था। इस कारण, कविता नवंबर 2022 से अपने मायके में रह रही थी।
26 जुलाई 2024 को, राहुल और उसका भाई नीरज कविता को बिहार से जयपुर वापस ले आए। 29 जुलाई की रात, कविता ने किसी अन्य नंबर से अपने पिता को फोन कर बताया कि उसकी जान को खतरा है। उन्होंने उसे कहा कि वह जल्द ही जयपुर आएंगे, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही कविता की हत्या कर दी गई।
30 जुलाई को, राहुल और नीरज ने गांव में कविता के भतीजे को फोन कर उसकी मौत की खबर दी। जब हरेंद्र यादव ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई, तो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन कुछ ही समय बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हेराफेरी की गई है, जिससे परिवार को रिपोर्ट तक नहीं दी जा रही है।
हरेंद्र यादव का आरोप है कि पुलिस और अपराधियों के बीच मिलीभगत है, जिसके कारण उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। अब वह अपनी 3 साल की नातिन के साथ दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें न्याय का कोई संकेत नहीं मिला है।
यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक गहरा झटका है। पुलिस की इस लापरवाही और अपराधियों के प्रति नरमी ने आम जनता के मन में पुलिस के प्रति अविश्वास पैदा कर दिया है। हरेंद्र यादव और उनकी नातिन के संघर्ष ने क्षेत्र में आक्रोश पैदा कर दिया है, और लोग इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।