7 जून को अभिनेत्री पाखी हेगड़े का जन्मदिन है। कम लोगों को ही पता है कि पाखी ने फिल्मों में अपने करियर की शुरुआत शादीशुदा और दो बेटियों की मां होने के बावजूद की थी। यह बात पाखी ने लंबे समय तक छुपाई और नए नाम और पहचान से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा।
संघर्ष और हिम्मत की कहानी
पाखी का बचपन काफी अभावों में गुजरा। पाखी के पिता मधुकर शेट्टी का देहांत उनके चौथी कक्षा में होने के समय ही हो गया था। मां सीता शेट्टी हमेशा पाखी की शादी को लेकर चिंतित रहती थीं। ग्रेजुएशन के बाद 19 साल की उम्र में पाखी की शादी हो गई और जल्दी ही दो बेटियों की मां बन गईं। पति की शराब पीने की आदतों से पारिवारिक जीवन में समस्याएं बढ़ गईं, और एक समय ऐसा भी आया जब पाखी ने सोचा कि वह अपनी बेटियों के साथ अपनी जिंदगी खत्म कर लेंगी।
एक्टिंग का सफर
पाखी के जीवन का मोड़ तब आया जब उनकी एक स्टूडेंट ने उन्हें एक्टिंग करने का सुझाव दिया। वसई में पाखी के पिता का एक छोटा सा होटल था और उन्होंने खुद के पैरों पर खड़े होने का निर्णय लिया। एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने का निर्णय भी इसी सोच का परिणाम था।
फिल्मों में शुरुआत
पाखी ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत दूरदर्शन के सीरियल ‘मैं बनूंगी मिस इंडिया’ से की। इसके बाद उन्हें भोजपुरी फिल्म ‘बैरी पिया’ में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म के लिए उन्होंने भोजपुरी भाषा सीखी और अपने अभिनय कौशल को निखारा।
संघर्षों का सामना
पाखी ने अपने बच्चों को बोर्डिंग स्कूल में रखा और खुद को अभिनय के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने अपनी पहचान छुपाकर इंडस्ट्री में काम किया ताकि उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
प्रेरणादायक जीवन
आज पाखी हेगड़े की दोनों बेटियां आशना हेगड़े और खुशी हेगड़े मशहूर कंटेंट ब्लॉगर हैं। पाखी का कहना है कि उन्होंने जो कुछ भी किया, अपनी बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए किया।
रवि किशन बने गॉडफादर
पाखी ने रवि किशन के साथ कई फिल्मों में काम किया और उन्हें अपने करियर का गॉडफादर मानती हैं। रवि किशन से पाखी ने बहुत कुछ सीखा और अपने अभिनय को निखारा।
पाखी हेगड़े की कहानी संघर्ष, हिम्मत और प्रेरणा की मिसाल है। उनके जन्मदिन पर उनके साहस और मेहनत को सलाम।