वृंदावन। प्रेमानंद महाराज, जो अपनी दोनों किडनियों के खराब होने के बावजूद अत्यंत कठिन दिनचर्या का पालन करते हैं, ने हाल ही में अपने इलाज से जुड़ा एक रोचक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे उनके शरीर की जांच करने वाले डॉक्टर उनके अदम्य उत्साह और इच्छाशक्ति को देखकर आश्चर्यचकित रह गए थे।
महाराज जी ने बताया कि समय-समय पर डॉक्टर उनकी जांच के लिए आते रहते हैं। हाल ही में जब दिल्ली से आई एक विशेष मशीन से उनकी जांच की गई, तो डॉक्टर उनके शरीर की स्थिति देखकर हैरान रह गए। दोनों किडनियां खराब होने के बावजूद महाराज जी के कठिन दिनचर्या को देखकर डॉक्टरों ने उनकी इच्छाशक्ति की प्रशंसा की।
जब डॉक्टरों ने महाराज जी से उनकी इस अदम्य इच्छाशक्ति का राज पूछा, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “यह कोई सांसारिक शक्ति नहीं है, यह तो राधारानी की कृपा है। मेरी शक्ति का स्रोत राधारानी हैं।” उन्होंने आगे बताया कि वह किडनियों के सहारे नहीं, बल्कि राधारानी के नाम के जाप से चलते हैं। जो भी इस दिव्य बल से चलता है, उसे कोई नहीं हरा सकता।
महाराज जी ने यह भी बताया कि उन्होंने पिछले चार सालों से अन्न को हाथ तक नहीं लगाया है। उनकी यह अटूट आस्था और दृढ़ निश्चय सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।