Mumbai , 29 जून . Ashadhi Ekadashi 2023: Chief Minister एकनाथ शिंदे ने Thursday को तड़के आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर अपनी पत्नी लता के साथ विठ्ठल-रुक्मिणी की महापूजा की. सीएम शिंदे ने भगवान विठ्ठल से राज्य में खुशहाली आने और किसानों, मजदूरों के जीवन में बदलाव आने की भी कामना की है.
Chief Minister शिंदे ने कहा कि आषाढ़ी वारी (तीर्थयात्रा) के दौरान लाखों श्रद्धालु पांडुरंग भगवान विठ्ठल के दर्शन करने आए हैं. पंढरी और उसके आसपास का माहौल भक्तिमय हो गया है. इसके लिए तीन स्थानों पर महाआरोग्य शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर से भक्तों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना विट्ठल पूजा के समान है.
इस अवसर पर महापूजा के लिए सम्मानित मोहिनीराज आदि काले, मंगल भाऊसाहेब काले, राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री डॉ. तानाजी सावंत, ग्रामीण विकास और चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन, बंदरगाह और खान मंत्री दादाजी भुसे, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, मंदिर समिति के सह-अध्यक्ष गहिनीनाथ महाराज औसेकर आदि उपस्थित थे.
Ashadhi Ekadashi 2023: लंबे समय से चली आ रही परंपरा के मुताबिक महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री हर साल आषाढ़ी एकादशी पर भगवान विट्ठल के मंदिर में पूजा करते हैं और समाज के हर वर्ग की समृद्धि की कामना करते हैं. सोलापुर जिले के पंढरपुर शहर में स्थित यह मंदिर पुणे शहर से करीब 200 किलोमीटर और मुंबई से करीब 400 किलोमीटर दूर है. मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान मुख्यमंत्री के सांसद पुत्र श्रीकांत शिंदे और उनका परिवार भी मौजूद था. बीड जिले के 52 वर्षीय किसान मुरली नवले और उनकी पत्नी जीजाबाई नवले ने भी मुख्यमंत्री और उनके परिवार के साथ पारंपरिक पूजा की. पंढरपुर वारी तीर्थयात्रा में नवले किसान परिवार 1987 से भाग ले रहा है.
मुख्यमंत्री ने पूजा-अर्चना के बाद मंदिर परिसर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार किसानों की आत्महत्या रोकने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे. शिंदे ने कहा, ‘‘भगवान विट्ठल के आशीर्वाद से लोगों के सभी दुख और कष्ट दूर हो जाएंगे क्योंकि यह सरकार आम आदमी की है. किसान हों, मजदूर हों, समाज के सभी वर्गों के लोगों को यह महसूस करना चाहिए कि यह सरकार उनकी है. हम अपने काम के जरिए ऐसी भावना पैदा करने की कोशिश करेंगे.’’