गोवा के तपोभूमि गुरुपीठ में इस बार का तुलसी विवाह समारम्भ खास रहा। आध्यात्मिक धर्मगुरु पद्मश्री सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य स्वामीजी के पावन सान्निध्य में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
इस आयोजन में महिला पुरोहितों ने पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ सभी धार्मिक विधियां संपन्न कराईं। तुलसी विवाह के दौरान भजन-कीर्तन की गूंज और भक्तों की श्रद्धा ने माहौल को और दिव्य बना दिया। परंपराओं के साथ, यह आयोजन महिलाओं की भूमिका को भी खास तौर पर रेखांकित करता है।
सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य स्वामीजी ने इस मौके पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए तुलसी विवाह के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि प्रकृति और ईश्वर के प्रति आस्था का प्रतीक है।
कार्यक्रम में श्रद्धालु काफी उत्साहित नजर आए। भक्ति के इस माहौल में हर किसी ने अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सुकून का अनुभव किया। गोवा में हुए इस आयोजन ने न सिर्फ धार्मिक, बल्कि सामाजिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी नई मिसाल कायम की।