गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश: यूपी की प्रमुख पुलिस अफसर और लेडी सिंघम के नाम से मशहूर डीएसपी श्रेष्ठा ठाकुर के पति रोहित राज का दावा IRS अफसर होने का धोखेबाजी के आरोप में गाजियाबाद पुलिस ने एक FIR दर्ज की है। यह खुलासा उनकी 2018 में की गई शादी के बाद हुआ है और इसमें रोहित राज को फर्जी बताने के आरोप हैं।
DSP Shrestha Thakur, जो अपनी कड़ी मेहनत और साहस के लिए मशहूर हैं, उनके पति रोहित राज का नाम अब एक धोखेबाज के रूप में सामने आया है। यह खुलासा उनकी तलाक के बाद किया गया है, जो तीन साल पहले हुआ था, लेकिन उनके अब भी पति के द्वारा धमकियाँ और बेवकूफ आरोपों का सामना कर रही हैं।
श्रेष्ठा ठाकुर ने FIR में बताया कि उनके पति ने उन्हें धोखा देकर शादी के समय फर्जी आईआरएस अफसर बताया था। उसने उनकी जिंदगी में बड़े धोखे की गतिविधियों का खुलासा किया है और FIR में अपने पति, ससुर, और भाई के खिलाफ आरोप लगाए हैं।
कौन है लेडी सिंघम श्रेष्ठा ठाकुर ?
Who is DSP Shrestha Thakur : इस समय श्रेष्ठा ठाकुर शामली जिले में तैनात हैं। खुद के अफसर बनने के पीछे की कहानी उन्होंने कई बार बताई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये उस समय की बात है जब वो कानपुर में पढ़ाई करतीं थीं। उसी समय मनचले बदमाश लड़कियों से अक्सर छेड़छाड़ करते थे। ऐसी घटना कई लड़कियों के साथ हुई। उस समय श्रेष्ठा ने पुलिस में शिकायत की थी। लेकिन उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया था। जिसके बाद उन्होंने ठान लिया था कि वो खुद पुलिस अफसर बनेंगी। फिर उनके परिवार ने पूरा सपोर्ट किया। जिसकी वजह से वो साल 2012 में वो यूपी पीसीएस परीक्षा में सफल हुईं और डीएसपी बनीं।
3 साल पहले लिया था तलाक, अब दर्ज कराई FIR, आरोपी गिरफ्तार
DSP Shrestha Thakur Husband : परिवार के लोगों ने पता लगाया था। तब पता चला कि वाकई में रोहित राज नाम के IRS अफसर वहां तैनात हैं. उनका बैच भी 2008 है। पद भी डिप्टी कमिश्नर ही है। लिहाजा, परिवार का भरोसा हो गया। ये भी पता चला कि रोहित राज की दो बहनें हैं। दोनों विदेश में रहती हैं। यानी कुल मिलाकर परिवार हाई प्रोफाइल। सरकारी अफसर पति। शादी तय हुई। और शादी हो भी गई। अब शादी के करीब 6 साल बाद खुद डीएसपी अफसर श्रेष्ठा ठाकुर ने गाजियाबाद के कौशांबी थाने में अपने पति और उसके परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. उस रिपोर्ट से पता चलता है कि उनके पति रोहित राज ने ना सिर्फ शादी के समय उन्हें धोखा दिया बल्कि शादी के बाद भी उनके नाम से अब तक फर्जीवाड़ा करता रहा है। यही नहीं, श्रेष्ठा ठाकुर के नाम का गलत इस्तेमाल कर दूसरों से भी फर्जीवाड़ा करने लगा। जिस वजह से 3 साल पहले ही श्रेष्ठा ठाकुर ने पति रोहित राज से तलाक ले लिया था. लेकिन अब वो धमकी दिलाने लगा था। जिस वजह से उन्होंने अब एफआईआर कराई. अब आरोपी रोहित राज को गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आखिर क्या है श्रेष्ठा ठाकुर की तरफ से दर्ज कराई एफआईआर में। आइए जानते हैं।
पति समेत 3 पर हुई एफआईआर
ये एफआईआर 8 फरवरी को गाजियाबाद के कौशांबी थाने में दर्ज हुई। पति रोहित राज सिंह, ससुर वकील शरण सिंह और रोहित के भाई संजीत सिंह को नामजद किया गया है. साल 2018 में श्रेष्ठा की शादी रोहित राज से हुई थी। उस समय श्रेष्ठा के परिवार के लोगों ने मेट्रिमोनियल वेबसाइट से उनका रिश्ता तय किया था. रांची में पोस्टेड होने का दावा करने वाले रोहित राज को जाकर देखा भी था। सबकुछ ठीक होने पर ही रिश्ता फाइनल हुआ था। फिर शादी हुई थी।
शादी के तुरंत बाद ही पता चल गया कि वो फर्जी है, पर इज्जत के लिए रिश्ता बचाया
DSP Shrestha Thakur FIR : एफआईआर में बताया गया है कि शादी के कुछ समय बाद ही श्रेष्ठा ठाकुर को पता चल गया कि उनका पति कोई IRS अफसर नहीं है। लेकिन रिश्ता बचाए रखने के लिए वो चुप रहीं। उन्होंने उसकी हर शर्त मानी। उसके कहने पर उसके पिता के अकाउंट में अपनी सैलरी के पैसे भी डालती रहीं। लेकिन धीरे-धीरे बदलते समय के साथ रोहित राज उन्हें ज्यादा परेशान करने लगा। इन दोनों से हुए बच्चे को धमकी देकर वो ब्लैकमेल करने लगा। सिर्फ मामला यही नहीं खत्म हुआ। वो लखनऊ में प्लॉट खरीदने के लिए उनके अकाउंट से फर्जी तरीके से साइन करके 15 लाख रुपये भी निकाल लिए। उनके बैंक अकाउंट से लेकर एटीएम कार्ड का भी गलत तरीके से इस्तेमाल करने लगा। इसके साथ ही उनके नाम का दुरुपयोग करते हुए लोगों को झांसे में लेने लगा। इसलिए 3 साल पहले ही श्रेष्ठा ठाकुर ने पति रोहित राज से तलाक ले लिया था। लेकिन इसके बाद भी वो परेशान करता था। धमकी देता था। उसने हाल में 6 फरवरी को गोंजा के रहने वाले अभय सिंह नामक व्यक्ति से धमकी भी दिलाई। जिसमें कहा गया था कि तुम्हें सफारी से घसीट कर जान से मार देंगे. ये सब देखते हुए श्रेष्ठा ने अपनी एफआईआर में ये जिक्र किया है कि रोहित राज से उनकी जान को खतरा है।
2008 बैच के दूसरे रोहित राज के नाम का गलत फायदा उठाया फर्जी शख्स ने
DSP Shrestha Thakur News : इस एफआईआर में कहा गया है कि 2008 बैच में रोहित राज नाम के व्यक्ति का सही में सिलेक्शन हुआ था। वो रोहित राज वाकई में 2018 में रांची में डिप्टी कमिश्नर पोस्टेड थे। उन्हीं के नाम का गलत इस्तेमाल करते हुए इस रोहित राज ने फर्जीवाड़ा किया और खुद को अधिकारी बताकर परिवार का भरोसा जीत लिया। इसलिए परिवार झांसे में आकर उससे शादी करा दी थी। रोहित राज मूलरूप से बिहार के नवादा का रहने वाला है।
DSP Shrestha Thakur का करियर सोशल मीडिया पर बहुत ही प्रशंसा प्राप्त कर रहा है और उन्हें एक सशक्त और साहसी अफसर के रूप में जाना जाता है। इस घटना के समय उनके खिलाफ आए आरोप ने लोगों को हैरान कर दिया है और इसे सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा का केंद्र बना दिया है।
इस FIR के बाद गाजियाबाद पुलिस ने रोहित राज को गिरफ्तार कर लिया है, और उनके खिलाफ आरोपों की जाँच शुरू की जा रही है। श्रेष्ठा ठाकुर के समर्थन में लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी तारीफें की हैं और उन्हें समर्थन दिखाने के लिए हैशटैग #StandWithShrestha शुरू किया गया है।
इस मामले में रोहित राज के खिलाफ कठोर कार्रवाई होने की संभावना है, जबकि श्रेष्ठा ठाकुर के समर्थन में लोगों की भावनाएं उच्च हैं। इस घड़ी में श्रेष्ठा ठाकुर और उनके परिवार को समर्थन और सुरक्षा के लिए सार्वजनिक स्थान पर खड़ा होना आवश्यक है, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और आरोपी को सजा हो सके।