नई दिल्ली, 17 जून, 2024: कांग्रेस ने सोमवार को बड़ी घोषणा करते हुए साफ कर दिया कि राहुल गांधी अब वायनाड सीट छोड़ेंगे और रायबरेली सीट से सांसद बने रहेंगे। इस फैसले की घोषणा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की। खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी ने यह निर्णय पार्टी के हित में लिया है और उनके फैसले का पार्टी पूरा समर्थन करती है।
राहुल गांधी का फैसला
राहुल गांधी ने आम चुनावों में वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर प्रभावशाली अंतर से जीत हासिल की थी। हालांकि, उन्हें नियमों के अनुसार 4 जून को आए लोकसभा नतीजों के 14 दिनों के भीतर एक सीट खाली करनी थी। उन्होंने अपने पारिवारिक गढ़ रायबरेली में रहने का विकल्प चुना है।
प्रियंका गांधी लड़ेंगी वायनाड से उपचुनाव
इस दौरान कांग्रेस ने एक और बड़ी घोषणा की कि प्रियंका गांधी वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी। मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रियंका गांधी के पुराने स्लोगन ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का जिक्र करते हुए कहा कि प्रियंका वायनाड से उपचुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस की दो बड़ी घोषणाएं
कांग्रेस ने एक ही दिन में दो बड़ी घोषणाएं की हैं। एक तरफ राहुल गांधी ने वायनाड सीट को छोड़कर रायबरेली में रहने का निर्णय लिया है, वहीं दूसरी ओर प्रियंका गांधी को वायनाड उपचुनाव के लिए उतारा गया है। यह फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की चर्चा के बाद लिया गया, जिसमें कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक हुई।
मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रतिक्रिया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में खड़गे ने कहा, “राहुल गांधी का यह निर्णय पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने हमेशा पार्टी की भलाई के लिए काम किया है और यह कदम भी उसी दिशा में है। प्रियंका गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने से हमें विश्वास है कि पार्टी को मजबूती मिलेगी।”
प्रियंका गांधी का समर्थन
प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की घोषणा से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। उन्होंने अपने भाई राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कहा, “रायबरेली हमारे परिवार का गढ़ है और मैं वायनाड से चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं। यह हमारे लिए एक नई शुरुआत है और हम मिलकर इसे सफल बनाएंगे।”
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस का यह कदम आगामी चुनावों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति हो सकता है। राहुल गांधी के रायबरेली में रहने का निर्णय और प्रियंका गांधी का वायनाड से चुनाव लड़ना पार्टी के लिए नई संभावनाएं खोल सकता है।
इस तरह, कांग्रेस ने एक ही दिन में दो बड़ी घोषणाएं करके राजनीतिक पटल पर हलचल मचा दी है। अब देखना होगा कि यह फैसले आगामी चुनावों में पार्टी को कितनी मजबूती प्रदान करते हैं।