मुंबई – देश में कॉर्पोरेट और कानूनी सलाह के क्षेत्र की अग्रणी संस्था AU कॉर्पोरेट एडवाइजरी एंड लीगल सर्विसेज (AUCL) ने युवाओं को साइबर खतरों से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, WHT NOW के साथ साझेदारी की घोषणा की है। यह पहल भारत में बढ़ते साइबर-बुलीइंग और उत्पीड़न के मामलों को कम करने और युवाओं को सुरक्षित ऑनलाइन वातावरण देने के उद्देश्य से की गई है।
डिजिटल युग में तेजी से बढ़ते इंटरनेट उपयोग के साथ-साथ साइबर अपराधों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। युवाओं पर इस खतरे का सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है। AUCL के संस्थापक अक्षत खेतान ने इस अवसर पर कहा, “भारत डिजिटल युग की ओर बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ ही साइबर उत्पीड़न जैसे खतरों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हमें इन समस्याओं पर तुरंत ध्यान देने और समाधान लाने की आवश्यकता है।”
WHT NOW की संस्थापक नीति गोयल, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवी भी हैं, ने युवाओं को साइबर-बुलीइंग के खिलाफ जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, “हमारा मिशन एक सुरक्षित ऑनलाइन कम्युनिटी का निर्माण करना है, जहां युवा बिना किसी डर के जुड़ सकें।” WHT NOW के साथ AUCL की यह साझेदारी, पीड़ितों को कानूनी और मानसिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ जागरूकता अभियानों के जरिए समस्या के समाधान की दिशा में काम करेगी।
AUCL और WHT NOW मिलकर कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में जागरूकता अभियान, वर्कशॉप्स, पैनल डिस्कशन, और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। इन अभियानों का उद्देश्य साइबर खतरों से बचाव के लिए सही जानकारी और संसाधन उपलब्ध कराना है। डॉ. निवेदिता श्रेयांस, WHT NOW की सह-संस्थापक, ने इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और उनका प्रयास इस समस्या को जड़ से खत्म करने का है।
इस साझेदारी का लक्ष्य युवाओं को सशक्त बनाना, सरकारी नीतियों में सुधार लाना, और साइबर सुरक्षा को शैक्षिक पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना है।