जयपुर में आयोजित जयपुर एजुकेशन समिट में शिक्षा जगत से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। कार्यक्रम के फाउंडर डायरेक्टर सुनील नारनौलिया, ममता शर्मा, और डॉ. रेणु जोशी (एसएस जैन सुबोध कॉलेज) ने इस समिट को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शिक्षा मंत्री ने क्या कहा?
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने समिट में कोटा में बढ़ते सुसाइड के मामलों पर चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि इसके लिए अभिभावक जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, “बच्चों पर पढ़ाई का दबाव डालने और उनकी क्षमता से ज्यादा उम्मीदें रखने के कारण यह स्थिति बन रही है। अभिभावकों को बच्चों की मानसिक स्थिति को समझना होगा।”
चित्तौड़ कांड पर चर्चा
समिट में चित्तौड़गढ़ के प्रिंसिपल और टीचर के वायरल वीडियो का भी जिक्र हुआ। शिक्षा मंत्री ने इसे शिक्षा जगत पर काला धब्बा बताते हुए कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द बर्खास्त किया जाएगा।
500 से ज्यादा छात्रों की भागीदारी
कार्यक्रम में 500 से ज्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया। छात्रों ने शिक्षा से जुड़े कई मुद्दों पर खुलकर सवाल किए और शिक्षा मंत्री से अपनी चिंताओं को साझा किया।
विशेषज्ञों ने दिए सुझाव
समिट में मौजूद शिक्षाविदों ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए कई सुझाव दिए। डॉ. रेणु जोशी ने नैतिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल करने पर जोर दिया, जबकि ममता शर्मा ने छात्रों की मानसिक सेहत पर ध्यान देने की बात कही।
कार्यक्रम की खास बातें
- कोटा सुसाइड और चित्तौड़ वायरल वीडियो पर खुली चर्चा।
- छात्रों और शिक्षकों ने शिक्षा के स्तर को सुधारने के सुझाव दिए।
- शिक्षा मंत्री ने राज्य के स्कूलों में नैतिकता और निगरानी बढ़ाने की घोषणा की।
इस समिट ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और बदलाव की दिशा में एक नई उम्मीद जगाई है।