विश्व हिंदू परिषद का जिले के छबड़ा कस्बे में गत शनिवार को चाकूबाजी की घटना के बाद दो पक्षों में हुए गहरे विवाद और रविवार को उससे उपजे उपद्रव मामले में पुलिसिया रवैये के खिलाफ ये इस बंद का आव्हान किया था। आज शाम यहां इंटरनेट सेवाल बहाल हो सकती है।
राजस्थान प्रदेश का बारां जिला राज्य सरकार के कोविड-19 वीकेंड डाउन के शुरू होने के पहले शुक्रवार को बंद रहा। बारां जिले को शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद के द्वारा बंद करवाया गया। विश्व हिंदू परिषद का जिले के छबड़ा कस्बे में गत शनिवार को चाकूबाजी की घटना के बाद दो पक्षों में हुए गहरे विवाद और रविवार को उससे उपजे उपद्रव मामले में पुलिसिया रवैये के खिलाफ ये इस बंद का आव्हान किया था। विहिप ने पुलिस के द्वारा की जा रही गिरफ्तारी की कार्रवाई के विरोध में जिले को बंद करवाया गया था। विहिप का आरोप है कि पुलिस सरकार के संरक्षण दबाव में आकर विहिप के निर्दोष कार्यकर्ताओं -पदाधिकारियों को मामले में दोषी मानते हुए गिरफ्तार कर रही है। जबकि विहिप के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का उपद्रव से कोई लेना देना नहीं है। इसी क्रम में विहिप की ओर से छबड़ा और बारां जिले को बंद रखवाया था। उन्होंने राज्यपाल से मामले में दखल करते हुए पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए विहिप पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग की।
बजरंग दल चित्तौड़ प्रांत के सह संयोजक योगेश रेनवाल ने दावा किया कि विश्व हिंदू परिषद के द्वारा शुक्रवार को संपूर्ण बारां जिला बंद रहा। जिले के व्यापारियों ने बंद को पूरी तरह से समर्थन दिया। रेलवाल ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार शाम को छबड़ा उपद्रव मामले के पीड़ित लोगों से जाकर मिलेगा। साथ ही नुकसान का आंकलन करेगा। विहिप ने सरकार से मांग की है कि उपद्रव के दौरान तोड़फोड़, आग व लूट से जो नुकसान हुआ है पीड़ित लोगों को उसकी भरपाई सरकार करें। इधर सूचना यह है कि 12 बजे के बाद जिले के कई कस्बों के बाजार खुले। खबर यह भी रही कि बंद के दौरान मध्य प्रदेश बॉर्डर स्थित शाहाबाद कस्बा खुला रहा। बारां जिले के पुलिस अधीक्षक विनीत बंसल ने बताया कि बंद शांतिपूर्ण रहा। जिले भर में सभी कस्बों में पुलिस ने कानून व्यवस्था को देखते हुए पुलिस जाब्ता भी तैनात किया था।