Adivasi Herbal Hair Oil : सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे “आदिवासी हेयर ऑयल” के विज्ञापनों ने एक बार फिर से उपभोक्ताओं के भरोसे को झकझोर कर रख दिया है। आकर्षक दावों और चमत्कारी परिणामों का वादा करने वाले इन विज्ञापनों में कई जाने-माने सेलिब्रिटीज मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा, एल्विश यादव, विवेक बिंद्रा, मिस्टर इंडियन हैकर दिलजीत राणा, फ़राह ख़ान, बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद, कृष्णा अभिषेक, और कीकू शारदा भी नजर आ रहे हैं, जिससे आम जनता इस उत्पाद की विश्वसनीयता पर यकीन करने को मजबूर हो जाती है। लेकिन सच्चाई इससे कोसों दूर है।
क्या है आदिवासी हेयर ऑयल घोटाला?
यह घोटाला मूल रूप से नकली और घटिया उत्पादों को “आदिवासी हेयर ऑयल” के नाम पर बेचने से जुड़ा है। इन तेलों को अक्सर चमत्कारी रूप से बालों के झड़ने को रोकने, नए बाल उगाने और उन्हें घना बनाने का दावा किया जाता है। लेकिन हकीकत में, इनमें हानिकारक रसायन और स्टेरॉयड होते हैं, जो लंबे समय में बालों और त्वचा को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
आदिवासी हेयर ऑयल : सेलिब्रिटीज की भूमिका
इस घोटाले में सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि कई जाने-माने सेलिब्रिटीज ने इन उत्पादों का प्रचार किया है, जिससे लाखों लोग इनके झांसे में आ गए हैं। सेलिब्रिटीज का यह कृत्य न केवल अनैतिक है, बल्कि यह उपभोक्ता संरक्षण कानूनों का भी उल्लंघन करता है।
उपभोक्ताओं के लिए चेतावनी
उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे ऐसे किसी भी उत्पाद के बहकावे में न आएं, जिनके दावे अवास्तविक लगें। किसी भी उत्पाद को खरीदने से पहले उसकी सामग्री और उसके निर्माता की विश्वसनीयता की जाँच करना जरूरी है। इनमें से किसी भी तेल के पास आयुष मंत्रालय का लाइसेंस, राज्य के ड्रग कंट्रोलर से मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस, ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत पंजीकरण, गुणवत्ता नियंत्रण लाइसेंस, या लैब टेस्ट रिपोर्ट नहीं है।
आगे क्या?
यह घोटाला एक बार फिर से इस बात को उजागर करता है कि उपभोक्ताओं को जागरूक रहने की जरूरत है। साथ ही, सेलिब्रिटीज को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और ऐसे किसी भी उत्पाद का प्रचार करने से बचना होगा, जिससे जनता को नुकसान हो सकता है।