अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। राधा रानी पर दिए गए विवादित बयान के चलते, वृंदावन और बरसाना सहित देश के विभिन्न हिस्सों में उनके खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। अब पंडित मिश्रा अपने गृह जिले सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में भी घिर गए हैं। वृंदावन से आए श्रद्धालुओं में गहरा आक्रोश है और वे पंडित मिश्रा से मिलकर राधा रानी पर दिए गए बयान पर सवाल पूछना चाहते हैं।
श्रद्धालुओं ने कहा, “हम बचपन से ही भगवान श्री कृष्ण और राधा जी के बारे में सुनते आ रहे हैं। पुराणों में भी यही लिखा है कि श्री कृष्ण वृंदावन के और राधा जी बरसाना की हैं। फिर आपने कुछ और क्यों कहा?”
बढ़ता आक्रोश
पंडित प्रदीप मिश्रा के बयान के बाद से साधु संतों में भी गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। 13 अखाड़ों के संत, महंत, और मंदिर के पुजारी लामबंद हो गए हैं। ये संत पंडित मिश्रा से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। अब आमजन भी इस विवाद में शामिल हो गए हैं और उनकी आस्था को ठेस पहुंचने पर आक्रोशित और दुखी हैं।
संतों की चेतावनी
बरसाना में पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ साधु संतों की महापंचायत आयोजित की गई थी, जिसमें संतों ने पंडित मिश्रा से बरसाना आकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की थी। संतों ने चेतावनी दी थी कि अगर पंडित मिश्रा माफी नहीं मांगते, तो उन्हें बरसाना के राधा रानी मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। फिलहाल, इस चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ है और पंडित मिश्रा ने अब तक माफी नहीं मांगी है।
श्रद्धालुओं का आक्रोश
वृंदावन और आसपास के क्षेत्रों से कुबेरेश्वर धाम आए श्रद्धालु काफी दुखी और आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि कृष्ण-राधा के बारे में बचपन से पढ़ा और सुना है। 84 कोस की परिक्रमा की है। पंडित प्रदीप मिश्रा से मिलकर राधा रानी पर दिए बयान के बारे में पूछेंगे।
इस विवाद ने पंडित प्रदीप मिश्रा के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं और धर्म प्रेमियों के बीच उनकी स्थिति को गंभीर बना दिया है। पुलिस और प्रशासन भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे।