जयपुर : राजस्थान की सियासत में सबसे लंबे वक्त तक मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड मोहनलाल सुखाड़िया के बाद Ashok Gehlot (अशोक गहलोत) का ही है. इस कार्यकाल की समाप्ति के साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत के नाम कुल 15 साल मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड बन जाएगा. जबकि मोहनलाल सुखाड़िया के नाम 17 साल मुख्यमंत्री बने रहने का रिकार्ड है.
गौरतलब है कि अशोक गहलोत ने पहली बार 2008 में राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. तब से वह लगातार दो बार (2013 और 2018) मुख्यमंत्री रहे हैं. अगर 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत होती है तो वो एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने के प्रबल दावेदार होंगे.
Ashok Gehlot के समर्थकों का कहना है कि उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में राजस्थान को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया है. उन्होंने राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं में सुधार किया है. वहीं, उनके विरोधियों का कहना है कि उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है.
2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. अगर कांग्रेस जीतती है तो Ashok Gehlot का मुख्यमंत्री बनने का सपना पूरा हो जाएगा और वह राजस्थान के इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता बन जाएंगे.
गहलोत के 15 साल के कार्यकाल पर नजर
- 2008: पहली बार मुख्यमंत्री बने
- 2013: दोबारा मुख्यमंत्री बने
- 2018: तीसरी बार मुख्यमंत्री बने
- शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं में सुधार
- राज्य में भ्रष्टाचार के आरोप
- 2023 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने के प्रबल दावेदार