निरहुआ और आम्रपाली का 'फसल': फिल्म के निर्माता प्रेम राय किसानों के दर्द को पिरोकर आ रही नई भोजपुरी फिल्मनिरहुआ और आम्रपाली का 'फसल': फिल्म के निर्माता प्रेम राय किसानों के दर्द को पिरोकर आ रही नई भोजपुरी फिल्म

लखनऊ: भोजपुरी सिनेमा के मशहूर जोड़ी निरहुआ और आम्रपाली दुबे ने एक बार फिर से सिनेमा पर अपने जलवे को दिखाने का फैसला किया है। इन दोनों यशस्वी कलाकारों की मुख्य भूमिका वाली भोजपुरी फिल्म “फसल” के निर्माता प्रेम राय ने बताया है कि इस फिल्म के माध्यम से वे किसानों के दर्द को पिरोकर आ रहे हैं

फिल्म “फसल” का ट्रेलर 10 अगस्त को वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के यूट्यूब चैनल पर रिलीज होने जा रहा है। इस फिल्म में निरहुआ के साथ आम्रपाली दुबे, संजय पांडेय, विनीत विशाल, अयाज खान, राकेश त्रिपाठी, जय सिंह, अरुणा गिरी, और तृषा सिंह (छोटी) मुख्य भूमिका में नजर आएंगे।

फिल्म के निर्माता प्रेम राय और निर्देशक पराग पाटिल ने किसानों के दुख-दर्द को महसूस करते हुए इस फिल्म को शूट किया है। इस फिल्म का कहानीकार पराग पाटिल ने अन्नदाताओं की मुश्किलों को उजागर करने का प्रयास किया है। फिल्म के गीत अरविंद तिवारी, प्यारेलाल यादव, विमल बावरा, और विजय चौहान ने लिखे हैं जो संगीतबद्ध किए गए हैं ओम झा और आर्या शर्मा द्वारा।

"फसल: निरहुआ और प्रेम राय की महत्वपूर्ण पहल, किसानों की आवाज़ को मिलेगा समर्थन"

फसल: निरहुआ और प्रेम राय की महत्वपूर्ण पहल, किसानों की आवाज़ को मिलेगा समर्थन
फसल: निरहुआ और प्रेम राय की महत्वपूर्ण पहल, किसानों की आवाज़ को मिलेगा समर्थन

निरहुआ ने इस फिल्म के माध्यम से किसानों के संघर्षों को साझा किया और उनके जीवन की कठिनाइयों को प्रकट किया है। इस फिल्म के टाइटल में जुड़े “फसल” शब्द से बिना अन्न के अन्नदाता की स्थिति को उजागर करने का प्रयास किया गया है।

सांसद दिनेश लाल यादव, जिन्होंने इस फिल्म में भी अभिनय किया है, ने इसके माध्यम से किसानों के संघर्षों को महत्वपूर्ण बनाने का प्रयास किया है। उन्होंने इस फिल्म के माध्यम से समाज में किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया है और उनके सामर्थ्य की प्रशंसा की है।

फिल्म “फसल” का संकलन किया है सन्तोष हरावड़े ने और प्रचार कार्यों का आयोजन संजय भूषण पटियाला ने किया है। यह फिल्म किसानों के समस्याओं को समय की प्रशिक्षा के साथ दिखाने का प्रयास कर रही है और उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को प्रमोट करने का कार्य कर रही है।

आकर्षणीय छवियों और दिलचस्प कहानी से भरपूर, “फसल” फिल्म उत्तरप्रदेश के किसानों के संघर्षों को प्रकट करने का माध्यम बन सकती है।

By संजय भूषण पटियाला

फ़िल्म पत्रकारिता और प्रमोशनल रिलेशन्स का क्षेत्र संजय भूषण पटियाला के लिए केवल एक करियर ही नहीं है, बल्कि यह एक पूरे जीवन का तरीका है जिसमें वह अपने दृढ विश्वासों और कर्मठता के साथ आगे बढ़ते हैं। वे केवल एक पत्रकार नहीं हैं, बल्कि एक सामाजिक सक्रिय व्यक्ति भी हैं जो समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पूर्णता से निर्वाह करते हैं। संजय ने फ़िल्म उद्योग के साथियों की मदद करने और नौकरियों को प्रमोट करने के कई सामाजिक पहलुओं में भाग लिया है, जो उनके समर्पण और उनकी समाजसेवा के प्रति प्रतिबद्धता की प्रतिबिंबित करते हैं। उनका 10 वर्षों का अनुभव फ़िल्म उद्योग के विभिन्न पहलुओं की समझ और संवादनाओं की सामर्थ्य का प्रमाण है और यह उन्हें विभिन्न प्रमुख पत्रिकाओं, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों और ब्लॉगों के लिए फ़िल्म समीक्षाएँ, समाचार लेख और विशेष रिपोर्ट्स लिखने में मदद करता है। उन्होंने अपने कैरियर के दौरान कई प्रमुख फ़िल्म प्रोजेक्ट्स के साथ काम किया है और उन्होंने उन्हें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। उनकी अद्वितीय अनुभवशीलता फ़िल्म उद्योग के विभिन्न पहलुओं की समझ और संवादनाओं की सामर्थ्य का प्रमाण है। संजय भूषण पटियाला का यह पूरा उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता से भरपूर सफर उनके प्रोफेशनल और सामाजिक पहलुओं के संयमित संगम की वजह से है, जो उन्हें एक सशक्त और सक्रिय फ़िल्म पत्रकार के रूप में उच्च पहुंचा दिया है