दिल्ली/मुंबई: सोने-चांदी साख तय करने वाली फिच रेटिंग्स ने अमेरिका की रेटिंग को कम कर AAA से AA+ कर दिया है। रेटिंग घटाने के कारण डॉलर में गिरावट आई है, विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,949 डॉलर प्रति औंस जबकि चांदी गिरावट के साथ 24.29 डॉलर प्रति औंस रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 676.53 अंक टूटकर 65,782.78 अंक पर बंद हुआ।
पिछले दो दशकों में केंद्र, राज्य और स्थानीय स्तर पर कर्ज बढ़ने तथा संचालन मानदंडों में गिरावट का हवाला देते हुए अमेरिका सरकार की रेटिंग घटा दी गई है। रेटिंग एजेंसी ने अमेरिका की रेटिंग को AAA से +AA कर दिया है। इसके परिणामस्वरूप डॉलर में गिरावट आई है, जिसकी वजह से विदेशी बाजारों में सोने की कीमत भी 1,949 डॉलर प्रति औंस तक गिरी है, जबकि चांदी भी 24.29 डॉलर प्रति औंस के साथ गिरी है।
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 180 रुपये की गिरावट के साथ 60,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। चांदी की कीमत भी बुधवार को 400 रुपये टूटकर 76,700 रुपये प्रति किलो पर रही। विदेशी बाजारों में सोने में बिकवाली दबाव रहा। निवेशकों की अब अमेरिका की रोजगार रिपोर्ट पर नजर है। रिपोर्ट बुधवार को जारी होगी।
विपणन के मामले में भी सोना और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी गई है। सर्राफा बाजार में सोना 60,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जबकि चांदी 76,700 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई है। यह कमी भी अमेरिका की साख में हुई गिरावट के कारण हुई है।
रुपया छह माह के निचले स्तर 82.67 प्रति डॉलर पर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 45 पैसे की गिरावट के साथ 82.67 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह करीब छह माह के दौरान एक दिन की सबसे
बड़ी गिरावट है। भारतीय मुद्रा में छह फरवरी को 68 पैसे की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई थी, जब यह 82.76 पर बंद हुई थी। पिछले कारोबारी सत्र में रुपया, डॉलर में 0.11% की गिरावट देखा गया था।
शेयर बाजार में भी गिरावट के संकेत दिख रहे हैं, जहां बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 676.53 अंक टूटकर 65,782.78 अंक पर बंद हुआ। मुख्यतः, यह गिरावट साख घटाए जाने के कारण हुई है, जो अमेरिका की रेटिंग में हुई कमी के कारण डॉलर में भी गिरावट लाई है।
फिच रेटिंग्स ने पिछले दो दशकों में केंद्र, राज्य और स्थानीय स्तर पर हो रहे कर्ज बढ़ने तथा संचालन मानदंडों में गिरावट का हवाला देते हुए अमेरिका सरकार की रेटिंग घटा दी गई है। रेटिंग एजेंसी ने अमेरिका की साख को एएए से एए प्लस कर दिया है। इसके परिणामस्वरूप डॉलर में भी गिरावट आई है, जिससे भारतीय रुपया भी अमेरिकी मुद्रा के साथ उच्चस्तरों पर खड़ा हो गया है।
समग्रतः, वित्तीय बाजार में वर्तमान में अस्थिरता के दौर से सामना हो रहा है, जिसमें अमेरिका की रेटिंग घटाने, डॉलर में गिरावट, और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं का असर देखा जा रहा है। निवेशक सतर्क रह रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न संपत्तियों में बिकवाली दबाव बन रहा है, सम्मिलित रूप से सोने और चांदी जैसे लोह पदार्थों में भी।