ABVP Protests Gorakhpur University : गोरखपुर विश्वविद्यालय से लेकर कैंट थाने तक एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा व तोड़फोड़ किया। कुलपति को हमला करने के बाद 20 छात्र वीडियो में सिपाहियों को थप्पड़ जड़ते नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं 1 दारोगा को छात्र वीडियो में नीचे गिराकर पीटते नजर आ रहे हैं। कैंट पुलिस ने 10 छात्रों को हिरासत में लेकर तत्काल थाने भेजा।
गोरखपुर विश्वविद्यालय में चल रहे छात्रों के धरने के दौरान एक घातक वारदाता घटना का सामना किया गया है। एक दिन पहले, विश्वविद्यालय के कैंपस में ABVP (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के छात्र नेताओं ने कुलपति की पिटाई कर दी और जब कुलपति ने पुलिस को बुलाया तो उसकी भी पिटाई हो गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
पिछले तीन दिनों से विश्वविद्यालय के कैंपस में बढ़ी हुई फीस और अन्य मुद्दों को लेकर छात्रों का आंदोलन चल रहा था। शुक्रवार को भी छात्र धरने पर थे, जो कुलपति से अपनी मांगों के लिए मिलने की कोशिश कर रहे थे।
प्रशासनिक भवन के आस-पास कुलपति से मिलने की अपेक्षा करते छात्र नेता ने अभी तक अनुमानित मार्ग अपनाने के कारण छात्रों को राजनीतिक रूप से बहुत नाराजगी हो गई थी। छात्रों ने कुलपति का अचानक रुख देखकर उससे मिलने का आंदोलन बदल दिया और खुदरा हो गए। उन्होंने खुदरा होने पर बैठने का विरोध करते हुए कुलपति को धरने पर बैठने की अपील की और अपनी मांगों को दोहराया।
इस समय, कुलपति कार्यालय से निकलकर सीधे गाड़ी की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे, जो कि छात्रों के गुस्से की भड़काव बन गई। ABVP के छात्र नेता ने खुलेआम शोर मचाकर कुलपति और पुलिस की पिटाई शुरू कर दी। छात्रों ने वारदाता परिसर में पुलिसवालों की भीड़ लगाने के बाद भी कुलपति और पुलिस की पिटाई जारी रखी।
पिछले महीने से विश्वविद्यालय के प्रशासन और ABVP के छात्र संगठनों के बीच रस्साकशी चल रही है। इसकी शुरुआत एक महीने पहले हुई थी, जब छात्रों की फीस वृद्धि और परीक्षा परिणाम घोषित करने जैसे छात्रहित के मुद्दे को लेकर प्रशासनिक भवन के पास धरना देने जैसे अभियान शुरू हुआ था।
वारदात के वीडियो को वायरल होने से पहले लोग सोशल मीडिया पर इस घटना पर विरोध प्रकट कर रहे हैं और उन्होंने सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मुद्दे का विशेष जवाब नहीं दिया है, लेकिन समस्या को शांति और सद्भावना से समाधान करने का वादा किया है।
यह घटना विश्वविद्यालय की मान-मर्यादा के लिए बड़ा आपत्तिजनक घटना साबित हो रही है और इसके विचारशील समाधान के लिए विश्वविद्यालय और छात्र संगठनों को एक साथ काम करके समस्या को समाधान करने की जरूरत है।
कुलपति से वार्ता विफल होने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एवीबीपी) के छात्रों ने गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में हंगामा किया। बैठक में जाने के लिए कार्यालय से निकले कुलपति पर हमला करने के बाद कुलसचिव व एक प्रोफेसर को पीटने के साथ ही बचाने गए पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। चौकी प्रभारी का बिल्ला नोचने के साथ एक दारोगा को धक्का देकर गिराने के बाद लात-घूसों से पीटा। घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है।
इनके खिलाफ मुख्य नियंता ने दी तहरीर
मुख्य नियंता डा. सत्यपाल सिंह ने कैंट थाना पुलिस को घटना में शामिल एबीवीपी के पदाधिकारी व उनके सहयोगी छात्रों के विरुद्ध तहरीर दी है। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो में एक दारोगा को नीचे गिराकर छात्र पीट रहे हैं। महिला सिपाही उस दारोगा को छुड़ाती नजर आ रही है। 20 की संख्या में मौजूद छात्र बीच-बचाव करने का प्रयास कर रहे सिपाहियों को थप्पड़ जड़ते नजर आ रहे हैं।
10 छात्रों को हिरासत में लेकर कैंट पुलिस ने तत्काल थाने भेजा
मारपीट व धक्का-मुक्की के बीच पुलिसकर्मी किसी तरह कुलपति को बचाकर साथ ले गए। फोर्स के साथ पहुंचे एसपी सिटी व सीओ कैंट ने किसी तरह स्थिति संभालने के साथ ही 10 युवकों को हिरासत में लेकर थाने भेजा। जानकारी होने पर उग्र छात्रों ने कैंट थाने का घेराव करने के साथ ही सड़क जाम कर दिया। कैंट पुलिस ने बल प्रयोग कर जाम हटाया। पकड़े गए साथियों को छुड़ाने के लिए कार्यकर्ता देर रात तक कैंट थाने में जमे रहे। एहतियात के तौर पर कैंट थाना व विश्वविद्यालय चौकी पर फोर्स तैनात कर दी गई है।
हत्या के उद्देश्य से कुलसचिव पर किया गया हमला
विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि साजिश के तहत परिसर में तोड़फोड़ व मारपीट की गई है। धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बाहरी लोग उत्साहित कर रहे थे, जिसकी वजह से पुलिस के समझाने पर भी लोग नहीं माने। मारपीट शुरू होने पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छिपकर अपनी जान बचाई, लेकिन कुलसचिव हाथ लग गए। हत्या करने के उद्देश्य से उनके ऊपर जानलेवा हमला किया गया।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं के सामने बैकफुट पर नजर आई पुलिस
कुलपति, कुलसचिव के साथ ही विश्वविद्यालय के कर्मचारी व पुलिसकर्मियों से एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट व तोड़फोड़ के मामले में पुलिस बैकफुट पर नजर आई। देर रात तक पुलिस के अधिकारी इस मामले में बोलते से बचते रहे।
क्या कहते हैं एसएसपी
एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में हुई घटना के संबंध में मुख्य नियंता ने कैंट थाना पुलिस को तहरीर दी है। मुकदमा दर्ज कर साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी। घटना से जुड़ा वीडियो व सीसी कैमरे का फुटेज कब्जे में लिया गया है।