ये बाते हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की. CM केजरीवाल ने 17 अप्रैल को दिल्ली विधानसभा के एक विशेष सत्र को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सदन में एक कहानी सुनाई. कहानी का शीर्षक बताया, ‘चौथी पास राजा’.
कहानी में अरविंद केजरीवाल ने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. केजरीवाल की कहानी में नोटबंदी से लेकर किसान कानून और बढ़ती महंगाई जैसे मुद्दे भी शामिल किए गए.
‘एक चौथी पास राजा की कहानी’
CM केजरीवाल ने सदन को कहानी सुनाते हुए कहा,
“मेरी कहानी में रानी नहीं है. बस राजा है. ऐसा राजा जो अनपढ़ था, चौथी पास था. बेहद अहंकारी था. पैसे की इतनी हवस थी, इतना भ्रष्टाचारी राजा था.”
कहानी बढ़ाते हुए केजरीवाल ने आगे कहा,
“एक गांव में गरीब परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ. ज्योतिषी ने कहा कि माई तेरा लड़का बड़ा होकर बहुत बड़ा सम्राट बनेगा… ज्योतिषी ने कहा कि तेरे बेटे के ग्रह बताते हैं कि ये बड़ा होकर बहुत बड़ा सम्राट बनेगा… गांव में स्कूल था. लड़का स्कूल जाता था. उसका पढ़ने-वढ़ने में मन नहीं लगता था. किसी तरह उसने चौथी की और चौथी के बाद उसने स्कूल छोड़ दिया. गांव के पास एक रेलवे स्टेशन था. घर का खर्चा चलाने के लिए वो लड़का स्टेशन पर चाय बेचने लगा.”
कहानी में आगे केजरीवाल जो बताते हैं, उससे साफ हो जाता है कि उनका इशारा पीएम मोदी की तरफ ही है. उन्होंने कहा,
“एक गांव में गरीब परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ. ज्योतिषी ने कहा कि माई तेरा लड़का बड़ा होकर बहुत बड़ा सम्राट बनेगा… ज्योतिषी ने कहा कि तेरे बेटे के ग्रह बताते हैं कि ये बड़ा होकर बहुत बड़ा सम्राट बनेगा… गांव में स्कूल था. लड़का स्कूल जाता था. उसका पढ़ने-वढ़ने में मन नहीं लगता था. किसी तरह उसने चौथी की और चौथी के बाद उसने स्कूल छोड़ दिया. गांव के पास एक रेलवे स्टेशन था. घर का खर्चा चलाने के लिए वो लड़का स्टेशन पर चाय बेचने लगा.”
कहानी में आगे केजरीवाल जो बताते हैं, उससे साफ हो जाता है कि उनका इशारा पीएम मोदी की तरफ ही है. उन्होंने कहा,
अब केजरीवाल ‘राजा’ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं,
“राजा ने सोचा कि पैसे कैसे कमाएं. उसने अपने दोस्त को बुलाया. सारे सरकारी ठेके और पैसे अपने दोस्त को दिलाए. दोस्त को 10 परसेंट कमीशन देने की बात कही. दोनों ने मिलकर देश को लूटा… पूरे देश में हाहाकार मच गया. लोग राजा के खिलाफ आवाज़ उठाने लगे. तो राजा ने कह दिया कि जो मेरे खिलाफ बोलेगा, उसे उठाकर जेल में डालो. एक के बाद एक राजा ने लोगों को पकड़-पकड़ कर जेल में डालना शुरू कर दिया.”
कहानी में अब खुद एक मुख्यमंत्री यानी अरविंद केजरीवाल की एंट्री होती है.
“उसी देश में एक छोटा सा राज्य था, वहां का एक मुख्यमंत्री था. वो अपने लोगों का खूब ख़याल रखता था. वो कट्टर ईमानदार था. कट्टर देशभक्त था, पढ़ा-लिखा था. उस मुख्यमंत्री ने लोगों को महंगाई से छुटकारा दिलाने के लिए बिजली मुफ्त कर कर दी. राजा को लगा कि मेरी बिजली कंपनियां लुट जाएंगी. फिर उस मुख्यमंत्री ने सबके इलाज मुफ्त कर दिए. शानदार मोहल्ला क्लीनिक खोल दिए. राजा तो बिल्कुल पागल हो गया. धीरे-धीरे जनता को पता चला कि राजा कैसा है. एक दिन लोगों ने उस राजा को उखाड़कर फेंक दिया. लोगों ने एक ईमानदार आदमी को वहां बैठा दिया और उनकी सरकार आ गई. उसके बाद देश तरक्की करने लगा.”